चुआर विद्रोह क्या है?

(A) पानी का संकट
(B) जनजातियों का विद्रोह
(C) आर्थिक संकट
(D) अंग्रेजी सेना का प्रतिरोध

Answer : आर्थिक संकट

चुआर विद्रोह 1768 ई. में दुर्जन सिंह तथा जगन्नाथ के नेतृत्व में बंगाल के मिदनापुर जिले में हुआ था। विद्रोह का प्रमुख कारण बड़ा हुआ भूमि कर एवं अकाल के कारण उत्पन्न आर्थिक संकट था। विद्रोह में आत्म विनाश की नीति अपनाते हुए कैलापाल, दलभूम, बाराभूम एवं ढोल्का के राजाओं एवं चुआर आदिवासियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह विद्रोह रुक-रुक कर लगभग 30 वर्षों तक चला। इसे भूमिज विद्रोह भी कहा जाता है। बतादें कि औपनिवेशिक काल में अंग्रेजों ने भारत में अपने साम्राज्य विस्तार के क्रम में जमींदारों, कृषकों एवं आदिवासियों को उनकी जमीनों तथा क्षेत्रों से बेदखल किया, जिससे इन समुदायों में ब्रिटिश राज के प्रति तीव्र असन्तोष फैला, जिसके परिणामस्वरूप अंग्रेजी राज्य की स्थापना के साथ ही विद्रोहों की तीव्रता भी बढ़ी। समय समय पर देश के विभिन्न जनजातीय एवं किसान विद्रोह हुए। इसी क्रम में यह चुआर विद्रोह हुआ था।
Tags : आधुनिक इतिहास इतिहास प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Chuar Vidroh Kya Hai