धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता
(B) अवसर निकल जाने पर पछताना व्यर्थ है
(C) कहीं का भी न रहना
(D) स्वयं विपत्ति को बुलाना देना

Answer : कहीं का भी न रहना

Explanation : धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का अर्थ 'कहीं का भी न रहना' होता है। वाक्य प्रयोग — रामसहाय ने नई नौकरी के लालच में पहली नौकरी छोड़ दी पर उसे दूसरी नौकरी भी नहीं मिली और पहली से भी हाथ धोना पड़ा। इसे कहते हैं– धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का। लोक अथवा समाज में प्रचलित उक्ति को लोकोक्ति कहते हैं। इन्हें कहावतें भी कहा जाता है। लोकोक्ति का अर्थ सीधा और सरल होता है। ये लोक-जीवन के संचित अनुभव को प्रकट करती हैं। मुहावरे व लोकोक्ति में अंतर : मुहावरा अधिकांशत: वाक्य में प्रयुक्त क्रिया पद होता है।
Tags : लोकोक्तियां सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी
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Answers by users

अजय कुमार खन्ना , September 30, 2020

इस कहावत में कुत्ता शब्द एक अपभ्रंश के रूप में प्रयोग हो रहा है, मूल रूप से जो शब्द प्रयोग हुआ था वो है..”कुतका”
कृपया जाँच करें और निष्कर्ष को साझा अवश्य करें..

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Web Title : Dhobi Ka Kutta Na Ghar Ka Na Ghat Ka Arth