गांधी जी की दृष्टि में अहिंसा का अर्थ क्या है?

(A) सत्य की प्राप्ति का रास्ता
(B) राजनीतिक स्वतंत्रता प्राप्ति का रास्ता
(C) ईश्वर-संस्मरण का एकमात्र रास्ता
(D) आत्मविलीनीकरण

Question Asked : UPPSC 1994

Answer : सत्य की प्राप्ति का रास्ता

गांधी जी के आंदोलन के दो अस्त्र प्रमुख थे, पहला सत्य और दूसरा अहिंसा। गांधी जी सत्य को साध्य मानते थे और अहिंसा को इसका साधन। इस प्रकार गांधी जी की अहिंसा सत्य की प्राप्ति कर ही एक मार्ग था। सामान्य अर्थ में अहिंसा का मतलब है 'हिंसा न करना'। इसका व्यापक अर्थ है - किसी भी प्राणी को तन, मन, कर्म, वचन और वाणी से कोई नुकसान न पहुँचाना। मन में किसी का अहित न सोचना, किसी को कटुवाणी आदि के द्वार भी नुकसान न देना तथा कर्म से भी किसी भी अवस्था में, किसी भी प्राणी कि हिंसा न करना, यह अहिंसा है। जैन धर्म एवंम हिन्दू धर्म में अहिंसा का बहुत महत्त्व है।
Tags : आधुनिक इतिहास आधुनिक भारत इतिहास प्रश्नोत्तरी स्वतंत्रता आंदोलन
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Web Title : Gandhi Ji Ki Drishti Mein Ahinsa Ka Arth Kya Hai