जिसका मूल्य न आंका जा सके के लिए एक शब्द क्या होगा?
(A) अमूल्य
(B) बहुमूल्य
(C) मूल्यवान
(D) मूल्यहीन
Explanation : 'जिसका मूल्य न आंका जा सके' के लिए एक शब्द 'अमूल्य' होगा। अन्य विकल्पों में, बहुमूल्य का मतलब है, जिसका मूल्य बहुत अधिक हो; मूल्यवान का अर्थ है, जिसका कोई मूल्य हो और मूल्यहीन का मतलब है, जिसका कोई मूल्य न हो।
....और आगे पढ़ें
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
Related Questions
-
संधि के कितने प्रकार होते हैं?
Explanation : संधि के तीन प्रकार होते हैं। जब दो-या-दो से अधिक वर्षों के मूल से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे संधि कहते हैं। संधि मुख्यत: तीन प्रकार की होती है–
1. स्वर संधि – स्वर के साथ स्वर के मेल से उत्पन्न विकार को स्वर संधि कहते हैं।
2. व्यंजन संधि – व्यंजन के साथ व्यंजन या स्वर के मेल से उत्पन्न विकार को व्यंजन संधि कहते हैं।
3. विसर्ग संधि – विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मूल से उत्पन्न विकार को विसर्ग संधि कहते हैं।
...Read More
-
नमस्ते का संधि-विच्छेद क्या है?
Explanation : 'नमस्ते' का संधि-विच्छेद
नम: + ते होगा। इसमें विसर्ग संधि (Visarg Sandhi) है। विसर्ग संधि की परिभाषा अनुसार जहाँ विसर्ग (:) के बाद स्वर या व्यंजन आने पर विसर्ग का लोप हो जाता है या विसर्ग के स्थान पर कोई नया वर्ण आ जाता है, वहाँ विसर्ग संधि होती है। जैसे– मनः+वेग = मनोवेग, मनः+बल = मनोबल, मनः+रंजन = मनोरंजन, तपः+बल = तपोबल, तपः+भूमि = तपोभूमि, मनः+हर = मनोहर, वयः+वृद्ध = वयोवृद्ध, मनः+नयन = मनोनयन, शिरः+भाग = शिरोभाग, मनः+व्यथा = मनोव्यथा, मनः+नीत = मनोनीत, रजः+गुण =
...Read More
-
हिंदी में संस्कृत के मूल शब्दों को क्या कहते हैं?
Explanation : हिंदी में संस्कृत के मूल शब्दों को तत्सम कहते हैं; जैसे-राजा, पुष्प, अग्नि, वायु, वत्स, भ्राता, कवि इत्यादि। जबकि तद्भव शब्द संस्कृत से उत्पन्न या विकसित हुए शब्द होते हैं; जैसे-मोर, बच्चा, फूल, चार आदि।
...Read More
-
घनश्याम में कौन सा समास है?
Explanation : घनश्याम शब्द में कर्मधारय समास है। घनश्याम का समास विग्रह घन के समान सियाम (श्याम) होगा। यहां पूर्वपद 'घन' विशेष्य तथा उत्तर पद 'श्याम' विशेषण है अतः यहां विशेषण-विशेष्य कर्मधारय समास है।
...Read More
नवीनतम
करेंट अफेयर्स व
जीके 2021 के लिए
GKPU फ़ेसबुक पेज को Like करें
Web Title : Jiska Mulya Na Aaka Ja Sake