कादम्बरी में किसके तीन जन्मों का वर्णन है?

(A) तारापीड
(B) चंद्रापीड
(C) कपिच्जल
(D) पुण्डरीक

Question Asked : [TGT Exam 2009]

Answer : चंद्रापीड

कादम्बरी बाण की प्रौढ़ और अंतिम कृति है। इसमें एक काल्पनिक कथा वर्णित है। यह गद्य काव्य का 'कथा' भेद है। इसमें चंद्रापीड और वैशम्पायन के तीनों जन्मों का वर्णन है। पुण्डरीक का मित्र कपिच्जल ही ऋषि शाप के कारण इंद्रायुध घोड़े के रूप में जन्म लेता है और चंद्रापीड के पास रहता है। चाण्डालकन्या वस्तुत: पूर्वजन्म में लक्ष्मी है और वह पुण्डरीक की मां है।
तीनों जन्मों का विवरण जोन के लिए यह सारिणी उपयुक्त है :
प्रथम चरण में — चंद्रमा, पुण्डरीक, रोहिणी, कपिज्जल, लक्ष्मी
द्वितीय चरण में — चंद्रापीड, वैशम्पायन, पत्रलेखा, इंद्रायुध —
तृतीय जन्म में — शूद्रक, शुक्र, — कपिज्जल, चाण्डालकन्या
Tags : संस्कृत संस्कृत प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Kadambari Mein Kiske Teen Janmo Ka Varnan Hai