क्यों लोहे का टुकड़ा पारा में तैरता है और पानी में डूब जाता है?

(A) पारा का घनत्व पानी के घनत्व से अधिक होता है इसलिए पारा में उत्प्लावन, से कम है।
(B) पारा का घनत्व पानी के घनत्व से अधिक होता है, इसलिए पारा में उत्प्लावन पानी के उत्प्लावन से अधिक है।
(C) क्योंकि एक लोहे का टुकड़ा बहुत ही विशिष्ट प्रकार का होता है।
(D) क्योंकि एक लोहे का टुकड़ा पारा में विद्युत ऊर्जा प्राप्त कर लेती है।

Question Asked : [RRB Ahmedabad, DD/SPW Exam 17-10-2004]

Answer : पारा का घनत्व पानी के घनत्व से अधिक होता है, इसलिए पारा में उत्प्लावन पानी के उत्प्लावन से अधिक है।

पारा का घनत्व पानी के घनत्व से अधिक होता है इसलिए पारा में उत्प्लावन पानी के उत्प्लावन से अधिक है। इस प्रकार जब लोहे का टुकड़ा पारा में डालने पर तैरता है जबकि पानी में डालने पर डूब जाता है। बतादें कि आर्कमि‍डीज केे सिदान्‍त के अनुसार जब कोई वस्‍तु किसी द्रव में आंशिक या पूर्ण रूप से डुबोई जाती है तो उसके भार में कमी होती है भार में आभासी कमी वस्‍तु द्वारा हटाये गये द्रव के बराबर होती है लोहे की बनी छोटी सी गेंद पानी में डूब जाती है तथा बडा जहाज पानी पर तैरता रहता है क्‍योंकि जहाज द्वारा हटाये गये पानी का भार जहाज केे भार के बराबर होता है।
Tags : भौतिक विज्ञान भौतिक विज्ञान प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Kyon Lohe Ka Tukda Para Mein Tairata Hai Aur Pani Mein Doob Jata Hai