नटनी जब बांस पर चढ़ी तब घूंघट क्या का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) एक बार की हानि भविष्य के लिए सचेत कर देती है
(B) वास्तविकता से दूर
(C) दोनों ओर से लाभ ही लाभ होना
(D) जब बेशर्मी अपना ली तब लज्जा क्या

Answer : जब बेशर्मी अपना ली तब लज्जा क्या

Explanation : नटनी जब बांस पर चढ़ी तब घूंघट क्या का अर्थ natani jab baans par chadhi tab ghunghat kya है 'जब बेशर्मी अपना ली तब लज्जा क्या।' हिंदी लोकोक्ति नटनी जब बांस पर चढ़ी तब घूंघट क्या का वाक्य में प्रयोग होगा – अब जब तुम लोक लज्जा त्यागकर बेशर्मी पर उतारू ही गये हो तो झूठ-मूठ का बड़े बुजुर्गों का आदर करने का ढोंग छोड़ो।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'नटनी जब बांस पर चढ़ी तब घूंघट क्या' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
Tags : लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे हिंदी लोकोक्तियाँ हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Natani Jab Baans Par Chadhi Tab Ghunghat Kya