पराधीन जो जन, नही स्वर्ग-नरक ता हेतु में कौन सा अलंकार है?

(A) अनुप्रास अलंकार
(B) यमक अलंकार
(C) श्लेष अलंकार
(D) उपमा अलंकार

Answer : अनुप्रास अलंकार

Explanation : पराधीन जो जन, नहीं स्वर्ग, नकर ता हेतु। पराधीन जो जन नहीं, स्वर्ग, नकर ता हेतु।। पंक्ति में अनुप्रास अलंकार है। अनुप्रास अलंकार की परिभाषा – जहाँ व्यंजनों की आवृत्ति बार-बार हो, चाहे उनके स्वर मिलें या ​न मिलें वहाँ अनुप्रास अलंकार होता है। अनुप्रास अलंकार शब्दालंकार के तीन भेद– 1. अनुप्रास, 2. यमक और 3. श्लेष में से एक है। सामान्य हिंदी प्रश्न पत्र में अनुप्रास अलंकार संबंधी प्रश्न पूछे जाते है। इसलिए यह प्रश्न आपके लिए कर्मचारी चयन आयोग, बीएड, आईएएस, सब इंस्पेक्टर, पीसीएस, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए भी उपयोगी साबित होगें।
Tags : अनुप्रास अलंकार अलंकार अलंकारिक शब्द
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Paradhin Jo Jan Nahi Swarg Narak Ta Hetu Me Alankar