पारमिता का अर्थ क्या है?

(A) सूत्र पद्धति में लिखे गए प्राचीनतम धर्मशास्त्र पाठ
(B) वेदों के प्राधिकार को अस्वीकार करने वाले दार्शनिक सम्प्रदाय
(C) परिपूर्णताएँ जिनकी प्राप्ति से बोधिसत्व पथ प्रशस्त हुआ
(D) आरम्भिक मध्यकालीन दक्षिण भारत की शक्तिशाली व्यापारी श्रेणियाँ

Answer : परिपूर्णताएँ जिनकी प्राप्ति से बोधिसत्व पथ प्रशस्त हुआ

Explanation : भारत के सांस्कृतिक इतिहास के संदर्भ में, 'परामिता' शब्द का अर्थ है– परिपूर्णताएँ जिनकी प्राप्ति से बोधिसत्व पथ प्रशस्त हुआ। बौद्ध धर्म में 'परिपूर्णता' या कुछ गुणों का चरमोन्नयन की स्थिति को परामिता या पारमी (पालि) कहा गया है। बौद्ध धर्म में इन गुणों का विकास पवित्रता की प्राप्ति, कर्म को पवित्र करने आदि के लिए की जाती है ताकि साधक अनावरुद्ध जीवन जीते हुए भी ज्ञान की प्राप्ति कर सके। 'परामिता' शब्द ‘परम्' से व्युत्पन्न है। महायान ग्रंथों में छः, दशभूमिकासूत्र में चार तथा थेरवाद ग्रन्थों में दस परामिता वर्णित हैं।
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Paramita Ka Arth Kya Hai