प्रह्लाद भक्ति मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) अनन्य भक्त
(B) मुख से शब्द न निकलना
(C) सुन्दर, किन्तु क्षणिक/अल्पायु
(D) शर्म-शर्म हो जाना

Answer : अनन्य भक्त

Explanation : प्रह्लाद भक्ति मुहावरे का अर्थ अनन्य भक्त होता है। प्रह्लाद भक्ति मुहावरे का वाक्य प्रयोग – राजेश की रवि शंकर के प्रति आस्था प्रह्लाद भक्ति के समान है। मुहावरा शब्द एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ होता है–अभ्यास करना। मुहावरे वाक्य के अंश होते हैं। मुहावरों से सामान्य अर्थ नहीं बल्कि, विशेष अर्थ निकलता है। इनके प्रयोग से भाषा में सरसता व रोचकता आ जाती है। इनका प्रयोग वाक्यों में ही जाने वाली अन्य बातों के साथ जुड़कर होता है। वाक्यों में मुहावरों का प्रयोग किया जाता है, अर्थों का नहीं। हिंदी के कुछ विद्वान मुहावरा को वाग्धारा अथवा रोजमर्रा भी कहते है। किंतु प्रचलित भाषा में मुहावरा ही है।
Tags : मुहावरे सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Prahlad Bhakti Muhavare Ka Arth