प्रोजेक्ट लून (Project Loon) क्या है?

(A) अपशिष्ट-प्रबंधन प्रौद्योगिकी से
(B) बेतार-संचार प्रौद्योगिकी से
(C) सौर ऊर्जा उत्पादन प्रौद्योगिकी से
(D) जल-संरक्षण प्रौद्योगिकी से

Answer : बेतार-संचार प्रौद्योगिकी से

Explanation : लून प्रोजेक्ट (Project Loon) पर विश्व का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत गुब्बारे (बैलून) से इंटरनेट कनेक्टिविटी दी जाएगी। इसमें आसमान में उड़ने वाले गुब्बारों का एक नेटवर्क है। यह 15 मीटर व्यास के बड़े गुब्बारे हैं जो धरती से 20 मी की ऊँचाई पर उड़ते हैं। लून गुब्बारे एक समूह में उड़ते हैं। प्रत्येक गुब्बारे के ऊपर एंटीना होता है जो सिग्नल पकड़ता है और फिर जमीन पर मौजूद कंप्यूटर सिस्टम में ये सिग्नल ट्रांसफर करता है। एक लून गुब्बारा 40 किलोमीटर के दायरे में उड़ेगा। आसमान में 20 किलोमीटर ऊपर उड़ने वाले गुब्बारों से न सिर्फ सिग्नल, अच्छे आते हैं, बल्कि इंटरनेट की स्पीड भी बढ़ जाती है, इससे हर जगह इण्टरनेट की पहँच बनाने में आसानी होती है। वायरिंग का खर्च बच जाता है, इसलिए इंटरनेट चलाना और सस्ता हो गया। इससे दुनिया के वे दो-तिहाई लोग भी इंटरनेट की पहुँच में आ जाएँगे, जो अभी इसकी पहँच से दूर हैं। अक्विला इण्टरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने में जहाँ एक ओर गूगल लून के माध्यम से कोशिश कर रहा है। वही फेसबुक ने ड्रोन एयरक्राफ्ट का सहारा लिया, जिसका नाम कंपनी ने अक्विला (Aauila) दिया है। अक्विला एक सौर ऊर्जा संचालित ड्रोन है जोकि पृथ्वी के हर कोने में इंटरनेट कनेक्टिविटी का विस्तार करने में मदद करेगा।
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Project Loon Kya Hai