राठौड़ वंश की कुलदेवी कौन है?

(A) नागणेची माता
(B) राजेश्वरी माता
(C) बाण माता
(D) चामुंडा माता

Answer : नागणेची माता

Explanation : राठौड़ वंश की कुलदेवी नागणेची माता है। यह कुलदेवी चक्रेश्वरी, राठेश्वरी या नागणेचिया नामों से भी प्रसिद्ध है। नागणेची माता का मंदिर राजस्थान में जोधपुर जिले के नागाणा गांव में स्थित है। जो जोधपुर से 96 किमी. की दूरी पर है। अष्टादश भुजाओं वाली नागणेची महिषमर्दिनी का स्वरुप है। बाज या चील उनका प्रतीक चिह्न है। इसका निवास स्थान नीम के वृक्ष के नीचे माना जाता था अतः जोधपुर में नीम के वृक्ष का आदर किया जाता था और उसकी लकड़ी का प्रयोग नहीं किया जाता। प्राचीन मतों के अनुसार मारवाड़ के राठौड़ राज्य के संस्थापक राव सिन्हा के पौत्र राव धूहड़ (विक्रम संवत 1349-1366) ने सर्वप्रथम इस देवी की मूर्ति स्थापित कर मंदिर बनवाया था। इसके अलावा नागणेची माता के मंदिर जालोर, जोधपुर, बीकानेर के किलों आदि में भी बने हुए है। यहाँ के राठौड़ राजाओं ने अपनी कुलदेवी के मंदिर अपने-अपने किलों में बनवाये ताकि प्रतिदिन भक्ति-भाव से पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त कर सके।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी मध्यकालीन भारत
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Web Title : Rathore Vansh Ki Kuldevi Kaun Hai