घनानंद रीतिकाल की किस धारा के कवि है?

(A) रीतिबद्ध
(B) रीतिमुक्त
(C) रीतिसिद्ध
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer : रीतिमुक्त

Explanation : घनानंद रीतिकाल की रीतिमुक्त धारा के सुप्रसिद्ध कवि है। रीतिमुक्त धारा के अन्य कवि हैं बोधा, ठाकुर, आलम तथा द्विजदेव। रीतिसिद्ध के प्रमुख कवि बिहारी हैं तथा रीतिबद्ध धारा के प्रमुख कवि हैं-चिंतामणि, मतिराम, देव, भिखारी दास, जसवंतसिंह मंडल आदि। घनानंद का जन्म सवंत् 1746 में दिल्ली में हुआ तथा संवत् 1817 में वृंदावन में इनका निधन हुआ। ये दिल्ली के रहने वाले एक कायस्थ थे और सम्राट मुहम्मद शाह बादशाह के मीर मुंशी थे। महाकवि घनानंद के विभिन्न नामों के प्रति विद्वानों में मतैक्य नहीं है। ये नाम निम्नलिखित हैं- घन आनंद, आनंद घन या आनंदघन अथवा आनंद के घन, आनंद निधान तथा आनंद।
Tags : सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Ghananand Ritikal Ki Kis Dhara Ke Kavi Hai