गुप्तकाल में प्रांतपति किस नाम से जाने जाते थे?

(A) उपरिक महाराज
(B) कुमारमात्य
(C) विषयपति
(D) राजस्थानीय

Question Asked : [UPPCS (Pre) Opt. History 2003]

Answer : उपरिक महाराज

गुप्तकाल में प्रशासनिक सुविधा के लिए साम्राज्य को अनेक प्रांतों में विभक्त किया गया था। प्रांत को देश, अवनी अथवा भक्ति कहा जाता था। गुप्त प्रशासन के प्रमुख प्रांत सुराष्ट्र, पश्चिमी मालवा (अवंति), पूर्वी मालवा (एरण), तीरभुक्ति पुडंवर्धन, मगध आदि थे। भक्ति के शासक को उपरिक कहा जाता था जिसकी नियुक्ति सम्राट द्वारा की जाती थी। तथा वह सम्राट के प्रति ही उत्तरदायी होता था। सीमांत प्रदेशों के शासक गोप्ता कहलाते थे। जिसकी नियुक्ति सम्राट पर्याप्त सोच-विचार के बाद करता था। उपरिक के पद पर प्राय: राजकुमार अथवा राजकुल द्वितीय से संंबंधित व्यक्तियों को ही यह पद प्रदान किया जाता था। चंद्रगुप्त द्वितीय का छोटा पुत्र गोविंद गुप्त तीरभुक्ति पूर्वी मालवा का राज्यपाल था। विषयपति को 'कुमारामात्य' भी कहा गया है।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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Web Title : Gupt Kaal Mein Prant Pati Kis Naam Se Jane Jate The