‘मेघदूतम्’ का प्रधान रस क्या है?

(A) श्रृंगार रस
(B) करुण रस
(C) शांत रस
(D) वीर रस

Question Asked : [TGT Exam 2010]

Answer : श्रृंगार रस

'मेघदूतम्' का प्रधान रस श्रृंगार रस है। विप्रलम्भ श्रृंगार मेघदूत का मुख्य प्रतिपाद्य विषय है डॉ. कीथ ने मेघदूत को Elegy (शोकगीत) की कोटि में डालना उचित समझा है, परंतु यह अनु​सूचित है मेघदूत शोक-गीत या करुण गीत न होकर विरह गीत या विप्रजलम्भ गीत है। शोक गीत मृत के लिए होता है, दक्षिणी जीवित है और 1 वर्ष बाद दोनों का पुनर्मिलन होता है। विप्रलम्भ में प्रेमी-प्रेमिका का विरह वर्णन होता है और फिर दोनों मिलते हैं। अत: मेघदूत विप्रलम्भ-श्रृंगार का गीति काव्य है।
Tags : संस्कृत संस्कृत प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Meghadootam Ka Pradhan Ras Kya Hai