नील आंदोलन का समर्थन करने वाले हिन्दू पैट्रियाट के संपादक कौन थे?

(A) हेम चन्द्राकर
(B) हरीश चन्द्र मुखर्जी
(C) दीनबंधु मित्र
(D) दिगम्बर विश्वास

Answer : हरीश चन्द्र मुखर्जी

Explanation : नील आंदोलन का समर्थन करने वाले हिन्दू पैट्रियाट के संपादक हरीश चन्द्र मुखर्जी थे। नील आंदोलन (1859-60) बंगाल के नदिया जिले के गोविन्दपुर गांव से प्रारम्भ हुआ था। नील उत्पादक किसानों को एक मामूली सी रकम अग्रिम देकर उनसे करारनामा लिखवा लेते थे, जो बाजार भाव से काफी कम दाम में हुआ करता था। इस प्रथा को ‘ददनी प्रथा’ कहा जाता था। एक नील उत्पादक के दो भूतपूर्व कर्मचारियों दिगम्बर विश्वास और विष्णु विश्वास के नेतृत्व में किसान एकजुट हुए, और नील की खेती बंद करने का निर्णय ले लिया। नील आंदोलन सफल रहा, जिसका कारण रैय्यतों का अनुशासन, एकजुटता, संगठन और सहयोग था।

‘हिन्दू पैट्रियाट’ के संपादक, ‘हरीश चन्द्र मुखर्जी’ ने इस आंदोलन को अपनी लेखनी द्वारा प्रचारित किया। इस संबंध में ‘दीनबंधु’ के नाटक ‘नील दर्पण’ का नाम भी उल्लेखनीय है। सीटोर कार की अध्यक्षता में चार सदस्यीय नील आयोग का गठन 1860 में किया गया। इस आयोग ने किसानों का समर्थन किया।
Tags : आधुनिक भारत प्रश्नोत्तरी इतिहास प्रश्नोत्तरी सर्वोच्च न्यायालय
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Web Title : Neel Andolan Ka Samarthan Karne Wale Hindu Patriot Ke Sampadak Kaun The