पवरन समारोह क्यों होता था?

(A) संघपरिनायक और धर्म तथा विनय विषयों पर एक-एक वक्ता को चुनने का अवसर होता था।
(B) वर्षा ऋतु के दौरान मठों में प्रवास के समय भिक्षुओं द्वारा किये गए अपराधों को स्वीकारोक्ति का अवसर होता था।
(C) किसी नए व्यक्ति को बौद्ध संघ में प्रवेश देने का समारोह होता था, जिसमें उसका सिर मुंडवा दिया जाता था और पीले वस्त्र दिये जाते थे।
(D) आषाढ़ की पूर्णिमा के अगले दिन बौद्ध भिक्षुओं के एकत्र होने का अवसर होता था जब वे वर्षा ऋतु के आगामी चार महीनों के लिए निश्चित आवास चुनते थे।

Answer : वर्षा ऋतु के दौरान मठों में प्रवास के समय भिक्षुओं द्वारा किये गए अपराधों को स्वीकारोक्ति का अवसर होता था।

Explanation : पवरन समारोह : पवरन बौद्धों का समारोह था जो ग्यारहवें चंद्रमास की पूर्णिमा को मनाया जाता था। बौद्ध भिक्षु वर्षा ऋतु के दौरान मठों में प्रवास करते थे तथा अपने अपराधों की स्वीकारोक्ति करते थे।
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Pavran Samaroh Kyon Hota Tha