1861 का भारतीय परिषद अधिनियम क्या था?

(A) इस अधिनियम के फलस्वरूप गवर्नर जनरल की कार्यपालिका परिषद् में कुल सदस्यों की संख्या 7 हो गई।
(B) विधि निर्माण के लिए अतिरिक्त सदस्यों की संख्या कम-से-कम 6 और अधिक-से-अधिक 12 कर दी गई।
(C) प्रान्तीय और केन्द्रीय विषयों में किसी तरह का भेदभाव नहीं रखा गया।
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer : विधि निर्माण के लिए अतिरिक्त सदस्यों की संख्या कम-से-कम 6 और अधिक-से-अधिक 12 कर दी गई।

Explanation : भारतीय परिषद अधिनियम (1861) द्वारा गवर्नर जनरल की कार्यपालिका परिषद में सदस्यों की संख्या 4 से बढ़कर 5 कर दी गई। पाँचवें सदस्य की विधिवेत्ता होना अनिवार्य कर दिया गया। इस अधिनियम के तहत् विधि निर्माण के लिए अतिरिक्त सदस्यों की संख्या को कम-से-कम 6 तथा अधिक-से-अधिक 12 कर दिया गया। इस अधिनियम में प्रान्तीय और केन्द्रीय विषयों में किसी तरह का भेदभाव नहीं रखा गया। गवर्नर जनरल को संकटकालीन दशा में विधान परिषद की अनुमति के बगैर अध्यादेश जारी करने का अधिकार प्रदान किया गया।
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Web Title : 1861 Ka Bhartiya Parishad Adhiniyam Kya Tha