गांधीजी के जीवन का प्रथम सत्याग्रह कौन सा था?

(A) खेड़ा सत्याग्रह
(B) चंपारण सत्याग्रह
(C) रॉलेट सत्याग्रह
(D) असहयोग आंदोलन

Answer : चंपारण सत्याग्रह

Explanation : गांधीजी के जीवन का प्रथम सत्याग्रह 'चंपारण सत्याग्रह' था। बिहार के चंपारण जिले में धनी और प्रभावशाली भू-स्वामियों की बड़ी-बड़ी जमींदारियां थीं जिसे वह पट्टे पर दे देते थे। इन्होंने किसानों से अनुबंध करा लिया था कि वे अपनी भूमि के 3/20 वे हिस्से में नील की खेती करेंगे और उनसे कम दाम पर जबरदस्ती खरीद लेंगे। 19वीं सदी में सिंथेटिक रंगों के बन जाने से नील की माँग घटने लगी। अतः इन यूरोपीय ठेकेदारों ने किसानों के ऊपर साराहवेशी (करों में वृद्धि) और कई अन्य प्रकार के लगान लगा दिये। इसके अलावा अनुबंध मुक्त होने के लिए भारी रकम भी उनसे वसूलने लगे।

चंपारण के किसानों ने शांतिपूर्ण आंदोलन किया और इस चंपारण आंदोलन से जुड़े रामकुमार शुक्ल के आमंत्रण पर गांधीजी इस मामले की जांच करने चंपारण पहुंचे। गांधीजी को चंपारण के अधिकारियों ने वापस चले जाने का आदेश दिया, जिसे मानने से गांधीजी ने अस्वीकार कर दिया और 'सत्याग्रह' का मार्ग अपनाया। सरकार ने एक 'जांच आयोग' गठित कर दिया जिसमें गांधी जी को एक सदस्य बनाया गया। उन्होंने आयोग को समझाया कि तिनकठिया पद्धति समाप्त होनी चाहिए और किसानों को हर्जाना दिया जाए। ठेकदारों ने अवैध वसूली का 25% हिस्सा लौटाने पर सहमति दे दी। (चंपारण सत्याग्रह) गांधीजी के नेतृत्व को देखते हुए रबींद्रनाथ टैगोर ने उन्हें 'महात्मा' की उपाधि प्रदान की और वे महात्मा गांधी कहलाने लगे। यह गांधी जी का भारतीय राजनीति में प्रथम आंदोलन/सत्याग्रह था।
Tags : चंपारण सत्याग्रह
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Web Title : Gandhiji Ke Jivan Ka Pratham Satyagraha Kaun Sa Tha