अष्टप्रधान नाम की मंत्रिपरिषद थी?

(A) गुप्त प्रशासन में
(B) चोल प्रशासन में
(C) विजयनगर प्रशासन में
(D) मराठा प्रशासन में

Question Asked : Allahabad High Court Recruitment Assistant Review Officer Exam 2019

Answer : मराठा प्रशासन में

मराठा प्रशासन के मंत्रिपरिषद को अष्टप्रधान कहा जाता था। शिवाजी ने शासन कार्यों में सहायता के लिए इसका गठन किया था। ये सभी मंत्री शिवाजी के सचिव के रूप में होते थे जिनकी भूमिका सलाहकारी थी। राजा ही प्रशासन का प्रधान सर्वोच्च सेनापति एवं न्यायाधीश था। अष्टप्रधान मंत्रिपरिषद का विवरण इस प्रकार है - पेशवा - ये मंत्रियों का प्रधान था प्रशासन में राजा के बाद जिसका सबसे ज्यादा महत्व था और इसकी तुलना प्रधानमंत्री से की जा सकती है। अमात्य - अमात्य वित्त मंत्री था। वह राजस्व संबंधी मुद्दों के प्रति उत्तरदायी था। इसकी तुलना मौर्यकालीन राजा अशोक के महामात्य से की जा सकती है। मंत्री - राजा के दैनिक कार्यों का ब्यौरा रखता था। इसे वकियानवीस भी कहते थे। सचिव - राजा के पत्र व्यवहार और शाही मुहर जैसे दफ्तरी काम करता था। सुमन्त - विदेश मंत्री। सेनापति - सैनिक प्रधान। पण्डितराव - दान का अध्यक्ष। न्यायाधीश - कानूनी मामलों का निर्णायक।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी
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