गांधी जी को महात्मा की उपाधि कब दी गयी थी?

(A) चंपारन सत्याग्रह के दौरान
(B) रौलेट एक्ट के विरुद्ध सत्याग्रह के दौरान
(C) 1919 के भारतीय राष्ट्ररय कांग्रेस के अमृतसर अधिवेशन में
(D) खिलाफत आंदोलन के आरंभ के समय

Question Asked : UPPSC 2002

Answer : चंपारन सत्याग्रह के दौरान

बिहार के चंपारण में तिनकाठिया पद्धति (भूमि के 3/20 वें भाग पर नील की खेती अनिवार्य) के माध्यम से अंग्रेजों द्वारा निलहों पर किए जा रहे अत्याचार एवं दमन के विरोध में गांधी जी ने 1917 ई. में सर्वप्रथम सत्याग्रह आरंभ किया। अंतत: सरकार को झुकना पड़ा। गांधी जी के त्याग, तपस्या और कुशल नेतृत्व को देखते हुए उसी समय रवींद्र नाथ टैगोर ने उन्हें महात्मा की उपाधि से सम्मानित किया। दूसरी तरफ अब कहा जा रहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को ‘महात्मा’ की उपाधि विश्वकवि गुरुदेव रबींद्र नाथ टैगोर ने नहीं बल्कि महान समाज सुधारक स्वामी श्रद्धानंद ने दी थी। हरिद्वार के निकट कनखल स्थित गुरुकुल कांगड़ी में 8 अप्रैल, 1915 को गांधी जी का सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें उन्हें ‘महात्मा’ की उपाधि प्रदान की गई थी।
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Web Title : Gandhi Ji Ko Mahatma Ki Upadhi Kab Di Gayi Thi