दिल्ली सल्तनत के काल में फतवा ए जहांदारी पुस्तक किसने लिखी?

(A) महमूद गजनवी
(B) इब्नबतूता
(C) मोहम्मद बिन तुगलक
(D) गयासुद्दीन तुगलक

Answer : इब्नबतूता

Explanation : दिल्ली सल्तनत के काल में 'फतवा-ए-जहांदारी' पुस्तक इब्नबतूता ने लिखी। 'फतवा-ए-जहांदारी' (Fatawa-ye-jahandari) में महमूद गजनवरी के विचारों के रूप में बरनी ने अपने विचार स्पष्ट किए हैं। फतवा-ए-जहांदारी अपने आप में एक ऐतिहासिक कृति नहीं हैं। यह विभिन्न विषयों पर बरनी के विचारों की अभिव्यक्ति है। फतवा-ए-जहांदारी की केवल एक प्रति मिली है, जो यह सिद्ध करती है कि यह पुस्तक बहुत लोकप्रिय नहीं थी। इसमें सल्तनतकालीन राजव्यवस्था पर कोई प्रकाश नहीं डाला गया है, बल्कि राजव्यवस्था पर बरनी ने अपने विचार दिए हैं।

इब्नबतूता का जन्म 24 जनवरी, 1304 ई. को तंजियार में हुआ था। उसका पूरा नाम शेख फकह अबू अब्दुल्लाह मुहम्मद इब्नबतूता था। उसका मूल निवास स्थान मोरक्को था, लेकिन अरब देश में आकार बस गया था। उसने विभिन्न देशों की यात्राएं कीं और मोहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल में 1333 ई. में भारत आया। उसने कुल चौदह वर्ष भारत में व्यतीत किए जिनमें से आठ वर्ष उसने दिल्ली में व्यतीत किए। मोहम्मद तुगलक ने उसे दिल्ली का काजी नियुक्त किया। आठ वर्ष तक उसने काजी के पद को सुशोभित किया, लेकिन बाद में उसे पदच्युत कर दिया गया। 1345 ई. में वह मदुरई के सुल्तान के दरबार में गया और 1353 ई. में मोरक्को लौट गया, जहां उसने रेहला या सफरनामा नामक पुस्तक में अपने यात्रा संस्मरणों का संकलन प्रकाशित किया।
Tags : इब्नबतूता मध्यकालीन इतिहास
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Web Title : Delhi Sultanate Ke Kaal Me Fatwa E Jahandari Pustak Kisne Likhi