चरक संहिता कब अस्तित्व में आई? Charak Sanhita Kab Astitva Me Aayi

(A) छठी शताब्दी ई.पू.
(B) तीसरी से दूसरी शताब्दी ई.पू.
(C) चौथी शताब्दी ई.पू.
(D) पाँचवीं शताब्दी ई.पू.

Answer : तीसरी से दूसरी शताब्दी ई.पू.

Explanation : चरक संहिता तीसरी से दूसरी शताब्दी ई.पू. अस्तित्व में आई। यह आयुर्वेद का एक प्रसिद्ध ग्रंथ है, जो संस्कृत भाषा में लिखा गया है। इसके उपदेशक चरक थे। चरक संहिता आठ भागों में विभक्त है, जिन्हें 'स्थान' नाम दिया गया है। चरक संहिता में भोजन, स्वच्छता रोगों से बचने के उपाय, चिकित्सा शिक्षा, वैद्य, धाय और रोगी के विषय में विस्तृत चर्चा की गई है। चरक संहिता का आयुर्वेद के क्षेत्र में अनेक मौलिक योगदान है, जिनमें से मुख्य हैं-रोगों के कारण तथा उनकी चिकित्सा का युक्तिसंगत दृष्टिकोण तथा चिकित्सकीय परीक्षण की वस्तुनिष्ठ विधियों का उल्लेख। भारत के महान चिकित्सक महर्षि चरक (Charaka) का जन्म करीब 600 ई. में हुआ था। उनकी शिक्षा-दीक्षा प्राचीन तक्षशिला विश्वविद्यालय से हुई थी। कुछ इतिहासकारों के अनुसार महर्षि चरक राजा कनिष्क के राजवैद्य थे।
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Web Title : Charak Sanhita Kab Astitva Mein Aayi