संगीत रत्नाकर के लेखक कौन है?

(A) कल्लिनाथ
(B) लोचन
(C) शारंगदेव
(D) मम्मट

Answer : शारंगदेव (Sarngadeva)

Explanation : संगीत रत्नाकर के लेखक शारंगदेव (Sarngadev) है। उनकी बाल्यकाल से ही संगीत में रुचि के कारण ललित कलाओं की ओर विशेष झुकाव था। शारंगदेव ने संगीत की ओर ध्यान दिया और संगीत ग्रंथों का अध्ययन किया। इन्होंने संगीत शास्त्र पर एक ग्रंथ 'संगीत रत्नाकर' लिखा, जो संगीत के लिए एक अमर कृति है। संगीत रत्नाकर को 'सप्ताध्यायी' भी कहा जाता है। इस ग्रंथ में गायन-वादन एवं नृत्य, तीनों ही विषय पर विस्तृत प्रकाश डाला गया है। इसके द्वारा नाद, श्रुति, स्वर, ग्राम, मूर्च्छना, लय, ताल इत्यादि समस्त बातों को स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है। यह ग्रंथ प्राचीन एवं आधुनिक, दोनों को जोड़ने वाली एक कड़ी है। शारंगदेव ने इस ग्रंथ में दक्षिण पद्धति तथा उत्तर पद्धति दोनों का मेल करने का प्रयत्न किया है। यह ग्रंथ भारतीय संगीत की अमूल्य निधि है।
Tags : स्वरलिपि
Related Questions
Web Title : Sangeet Ratnakar Ke Lekhak Kaun Hai